Hudební video

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Kredity

PERFORMING ARTISTS
Hariharan
Hariharan
Lead Vocals
Chander
Chander
Music Director
Lalit Sen
Lalit Sen
Music Director
COMPOSITION & LYRICS
Chander
Chander
Arranger
Lalit Sen
Lalit Sen
Arranger
PRODUCTION & ENGINEERING
Gulshan Kumar
Gulshan Kumar
Producer

Texty

[Verse 1]
निश्चय प्रेम प्रतीत ते बिनय करे सम्मान
तेहि केइ करज सकल सुभ सिद्ध करे हनुमान
[Verse 2]
जय हनुमंत संत हितकारी सुन लीजै प्रभु विनय हमारी
जन के काज विलंब ना कीजै आतुर दौड़ी महा सुख दीजै
[Verse 3]
जैसे कूदी सिंधु के पारा सुरसा बदना पैठी बिस्तारा
आगे जई लंकिनी रोका मारयहु लात गई सुर लोक
[Verse 4]
जाय विभीषण को सुख दीन्हा सीता निरखि परम पद लीन्हा
बाग उजारी सिंधु महा बोरह अति आतुर जम कातर तोरा
[Verse 5]
अक्षय कुमार मारी संहार लूम लपैटी लंक को जारह
लाहा समान लंका जारी गई जय जय ध्वनि सुरपुर नभ भई
[Verse 6]
अब विलंभ कहि कारण स्वामी कृपा करहु उर अंतरजामी
जय जय लखन प्राण के दाता आतुर है दुख करहु निपाता
[Verse 7]
जय हनुमान जयति बल सागर सुर समूह समरथ भट नागर
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हटीले भैरैही मारु बज्रह कि कीले
[Verse 8]
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं हनुमंत कपिसा ॐ हुं हुं हुं हनु अरी उर सीसा
जय अंजनी कुमार बलवंत शंकर सुवन बीर हनुमंत
[Verse 9]
बदन कराल काल कुल घालक राम सहाय सदा प्रति पालक
भूत प्रेत पिशाच निशाचर अग्नि बैताला काल मारी मर
[Verse 10]
इन्हें मारू तोहि सपथ राम की राखू नाथ मरजाद नामा की
सत्य हहु हरि सपथ पाइके राम दूत धरु मारु धाइके
[Verse 11]
जय जय जय हनुमंत अगाध दुख पावत जन कयहि अपराधा
पूजा जाप तप नेम आचार नहिना जानत कछु दास तुम्हारा
[Verse 12]
बान उपवान मागा गिरिग्रह मनहि तुम्हारे बल हू दरपता नहीं
जनक सुत हरि दास कहावोह ताकि शपथ विलंब ना लावोह
[Verse 13]
जय जय जय धुनि होत आकास सुमिरत होय दुसह दुख नास
चरण पकड़ कर जोरि मनाऊँ यहि अवसर अब कयहि गोहरा ऊँ
[Verse 14]
उठु उठु चलु तोहि राम दुहाई पायें परों कर जोड़ी मनाई
ओम चम चम चम चम चपल चलंता ओम हनु हनु हनु हनु हनुमंता
[Verse 15]
ओम हम हम हंका दे तह कपि चंचल ओम सन सन सहमी पराने खल दल
अपनाए जाना को तुरत उबारो सुमिरत होय आनंद हमारोह
[Verse 16]
यह बजरंग बान जायहि मारै ताहि कहो फिर कहना उबारै
पाठ करे बजरंग बाण की हनुमत रक्षा करायने प्राण की
[Verse 17]
यह बजरंग बाण जो जापे तासों भूत प्रेत सब काँपे
[Verse 18]
धूपा दे अरु जपे हमेशा ताके तन नहीं रहे कलेसा
ताके तन नहीं रहे कलेसा
[Verse 19]
उर प्रतीति धरि सरन हवै पाठ करै धरि ध्यान
बधा सब हर करे सब काम सफल हनुमान
Written by: Chander, Lalit Sen, Traditional
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