Συντελεστές

PERFORMING ARTISTS
Lakhbir Singh Lakkha
Lakhbir Singh Lakkha
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Durga-Natraj
Durga-Natraj
Composer
Guru Ji Ram Lal Sharma
Guru Ji Ram Lal Sharma
Lyrics
Saral Kavi
Saral Kavi
Lyrics
Shyam Sundar Ji Sharma
Shyam Sundar Ji Sharma
Lyrics

Στίχοι

मैं नहीं जानूँ पूजा तेरी
पर तू ना करना, मैया, देरी
तेरा लक्खा तुझे पुकारे
लाज तू रख ले अब, माँ, मेरी
हाँ, बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
अपने बच्चों के आँसू देख नहीं पाए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
अपने बच्चों के आँसू देख नहीं पाए माँ
बेटा, बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
वेद-पुराणों में भी माँ की महिमा का बखान है
वो भी झुकता माँ-चरणों में जिसने रचा जहान है
हाँ, वेद-पुराणों में भी माँ की महिमा का बखान है
वो भी झुकता माँ-चरणों में जिसने रचा जहान है
देव-ऋषी भी समझ ना पाएँ, ऐसी लीला रचाए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
होए, संकट-हरणी, वरदानी माँ, सबके दुखड़े दूर करे
शरण में आए दीन-दुखी की विनती माँ मंज़ूर करे
संकट-हरणी, वरदानी माँ, सबके दुखड़े दूर करे
शरण में आए दीन-दुखी की विनती माँ मंज़ूर करे
सारा जग जिसको ठुकरा दे, उसको गले लगाए माँ
बेटा, बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बिगड़ी तेरी बात बनेगी, माँ की महिमा गा के देख
खुशियों से भर जाएगा तू, झोली तो फैला के देख
होए, बिगड़ी तेरी बात बनेगी, माँ की महिमा गा के देख
खुशियों से भर जाएगा तू, झोली तो फैला के देख
झोली छोटी पड़ जाती है जब देने पे आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
कबसे तेरी कचहरी में, माँ, लिखकर दे दी अर्जी
अपनाले, चाहे ठुकरा दे, आगे तेरी मर्जी
कबसे तेरी कचहरी में, माँ, लिखकर दे दी अर्जी
अपनाले, चाहे ठुकरा दे, आगे तेरी मर्जी
लक्खा सरल खड़ा हाथ जोड़े, जो भी हुकूम सुनाए माँ
बेटा, बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
बेटा बुलाए, झट दौड़ी चली आए माँ
Written by: Durga-Natraj, Guru Ji Ram Lal Sharma, Saral Kavi, Shyam Sundar Ji Sharma
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