Συντελεστές

PERFORMING ARTISTS
Papon
Papon
Performer
Anu Malik
Anu Malik
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Anu Malik
Anu Malik
Composer
Varun Grover
Varun Grover
Lyrics

Στίχοι

[Verse 1]
खतर पतर ज़िंदगी ने राग है सुनाया
बटन खुले काज से तो बकसुआ लगाया
खतर पतर ज़िंदगी ने राग है सुनाया
बटन खुले काज से तो बकसुआ लगाया
क़िस्मत फटी चादर तो हम बने
[Verse 2]
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
[Verse 3]
खतर पतर ज़िंदगी ने राग है सुनाया
बटन खुले काज से तो बकसुआ लगाया
क़िस्मत फटी चादर तो हम बने
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
[Verse 4]
बर्बाद दिन ने जो फेंकी यहां
हमने वो कतरन उठाई है
(खटर पटर खटर पटर)
(खटर पटर खटर पटर)
[Verse 5]
कतरन का पोला सा तकिया बना
उसपे ही नींदें चढ़ाई हैं
(खटर पटर खटर पटर)
(खटर पटर खटर पटर)
[Verse 6]
जितने शटर हम पे गिरते गए
उतने चतुर हम भी बनते गए
होके तू बंका छोटा सा टंका
दुनिया के मुंह पे लगा
[Verse 7]
हाँ किलो के भाव हमने हौसला है पाया
रात लम्बी नापने को इंच टेप लाया
गेह्लस हुई तंग तो हम बने
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
[Verse 8]
बातों को कड़वी ना दिल पे लिया
धक्का मिला तो नमस्ते दिया
(खटर पटर खटर पटर)
(खटर पटर खटर पटर)
[Verse 9]
रेशम की या साड़ी सूती की हो
सबको तसल्ली से पीको किया
(खटर पटर खटर पटर)
(खटर पटर खटर पटर)
[Verse 10]
सपने जो रखे हैं संभाल के
गीले ना हो जाएँ तिरपाल में
दुनिया के नाटक को
आंखों के फटक से
चलता तू कर दे ज़रा
[Verse 11]
आत्मा को एक एक पुरज़े में मिलाया
देख लो मशीन को भी आदमी बनाया
जेबें जो उधड़ी हैं तो हम बने
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
[Verse 12]
खतर पतर ज़िंदगी ने राग है सुनाया
बटन खुले काज से तो बकसुआ लगाया
क़िस्मत फटी चादर तो हम बने
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
सुई धागा सुई धागा
सुई सीधी खड़ी नाचे धागा
Written by: Anu Malik, Varun Grover
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