Lyrics
कोयलिया तेरे बोल सुने तो
बिरहन का खोए सुख चैन
एक छन जिया जले दुखदाई
एक छन भर-भर आवत नैन
कोयलिया उड़ जा, यहाँ नाहीं बोल
कोयलिया उड़ जा, यहाँ नाहीं बोल
कोयलिया उड़ जा...
तेरे तो घनश्याम हैं छाए
मेरे ही घनश्याम ना आए
तेरे तो घनश्याम हैं छाए
मेरे ही घनश्याम ना आए
मैं हूँ वियोगिन, मैं बैरागिन
जाए ना मन मेरा डोल
कोयलिया उड़ जा, यहाँ नाहीं बोल
कोयलिया उड़ जा...
बूँदों के बान चलाए सावन
जल से जल-जल जाए जीवन
बूँदों के बान चलाए सावन
जल से जल-जल जाए जीवन
मैं हूँ वियोगिन, मैं बैरागिन
रस में विष मत घोल
कोयलिया उड़ जा, यहाँ नाहीं बोल
कोयलिया उड़ जा...
Written by: Indiwar, Murli Mahohar Swarup