Lyrics
हमें और जीने की चाहत ना होती
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
तुम्हें क्या बताऊँ कि तुम मेरे क्या हो
मेरी ज़िंदगी का तुम्ही आसरा हो
तुम्हें क्या बताऊँ कि तुम मेरे क्या हो
मेरी ज़िंदगी का तुम्ही आसरा हो
मैं आशा की लड़ियाँ ना रह-रह पिरोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
तुम्हें देख के तो लगता है ऐसे
बहारों का मौसम आया हो जैसे
तुम्हें देख के तो लगता है ऐसे
बहारों का मौसम आया हो जैसे
दिखाई ना देती अँधेरों में ज्योति
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
Writer(s): Rahul Dev Burman, Gulshan Bawra
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