Créditos
PERFORMING ARTISTS
Neha Kakkar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
B. Praak
Composer
Jaani
Lyrics
Letras
[Verse 1]
तेरे लिए मेरी इबादतें वही हैं
तेरे लिए मेरी इबादतें वही हैं
तू शरम कर तेरी आदतें वही हैं
(तू शर्म कर तेरी आदतें वही हैं)
[Verse 2]
जिनके लिए हम रोते हैं
हो जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
हम गलियों में भटकते फिरते हैं
वो समंदर किनारों पे होते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 3]
पागल हो जाओगे आना कभी ना
गलियों में उनकी जाना कभी ना
जाना कभी ना
हम ज़िंदा गए क़रीब उनके
अब देखो मरे हुए लौटे हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 4]
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुरसत कहां अब उनको हैं ग़ैरों से
हाथों से खेलते होंगे या पैरों से
फुरसत कहां अब उनको है ग़ैरों से
उनकी मोहब्बतें हर जगह
[Verse 5]
वो जो कहते थे हम इकलौते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 6]
कभी यहाँ बात करते हो
कभी वहाँ बात करते हो
आप बड़े लोग हो साहब
हमसे कहा बात करते हो
[Verse 7]
आज उस शख़्स का नाम बताएँगे
जानी था जानी मिले जिस कायर से
गलती थी छोटी मोहब्बत करी जो
गलती बड़ी थी कि कर बैठे शायर से
[Verse 8]
आग का दरिया जफा उनकी
हर दिन लगाने गोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
[Verse 9]
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
जिनके लिए हम रोते हैं
किसी और की बाहों में सोते हैं
Written by: B. Praak, Jaani, Jaani Unknown Composer

