Letra

रोज़ रोज़ आँखों तले रोज़ रोज़ आँखों तले रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले जबसे तुम्हारी नाम की मिसरी होंठ लगायी है मीठा सा ग़म है और मीठी सी तन्हाई है जबसे तुम्हारी नाम की मिसरी होंठ लगायी है मीठा सा ग़म है और मीठी सी तन्हाई है रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले छोटी सी दिल की उलझन है ये सुलझा दो तुम जीना तो सीखा है मरके मरना सिखा दो तुम छोटी सी दिल की उलझन है ये सुलझा दो तुम जीना तो सीखा है मरके मरना सिखा दो तुम रोज़ रोज़ आँखों तले रोज़ रोज़ आँखों तले हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले आँखों पर कुछ ऐसे तुमने ज़ुल्फ़ गिरा दी है बेचारे से कुछ ख़्वाबोन की नींद उड़ा दी है हो आँखों पर कुछ ऐसे तुमने ज़ुल्फ़ गिरा दी है बेचारे से कुछ ख़्वाबोन की नींद उड़ा दी है रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख़्वाब का दिया जले
Writer(s): Gulzar, Rahul Dev Burman Lyrics powered by www.musixmatch.com
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