Letra

पल-पल है भारी वो विपदा है आई मोहे बचाने अब आओ रघुराई आओ रघुवीर आओ, रघुपति राम आओ मोरे मन के स्वामी, मोरे श्री राम आओ राम-राम जपती हूँ, सुन लो मेरे राम आओ राम-राम जपती हूँ, सुन लो मेरे राम जी बजे सत्य का डंका, जले पाप की लंका इसी क्षण तुम आओ, मुक्त कराओ सुन भी लो अब मेरी दुहाई पल-पल है भारी, वो विपदा है आई मोहे बचाने अब आओ रघुराई राम को भूलो, ये देखो रावण आया है फैली सारी सृष्टि पर जिसकी छाया है क्यों जपती हो राम-राम तुम? क्यों लेती हो राम नाम तुम? राम-राम का रटन जो ये तुमने है लगाया सीता, सीता तुमने राम में ऐसा क्या गुण पाया? गिन पाएगा उन के गुण कोई क्या इतने शब्द ही कहाँ हैं पहुँचेगा उस शिखर पे कौन भला मेरे राम जी जहाँ हैं जग में सबसे उत्तम हैं, मर्यादा पुरुषोत्तम है सब से शक्तिशाली हैं, फिर भी रखते संयम है पर उनके संयम की अब आने को है सीमा रावण समय है, माँगे ले क्षमा बजे सत्य का डंका, जले पाप की लंका आए राजा राम, करें हम प्रणाम संग आया लक्ष्मण जैसा भाई पल-पल है भारी, वो विपदा है आई मोहे बचाने अब आओ रघुराई राम में शक्ति अगर है, राम में साहस है तो क्यों नहीं आए अभी तक वो तुम्हारी रक्षा को? जिनका वर्णन करने में थकती नहीं हो तुम यहाँ ये बताओ वो तुम्हारे राम हैं इस पल कहाँ?? राम हृदय में हैं मेरे, राम ही धड़कन में हैं राम मेरी आत्मा में, राम ही जीवन में हैं राम हर पल में हें मेरे, राम हैं हर स्वाँस में राम हर आशा में मेरी, राम ही हर आस में हो, राम ही तो करुणा में हैं, शांति में राम हैं राम ही है एकता में, प्रगती में राम हैं राम बस भक्तों नहीं, शत्रु के भी चिंतन में हैं देख तज के पाप रावण, राम तेरे मन में हैं राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में हैं राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में हैं राम तो घर-घर में हैं, राम हर आँगन में हैं मन से रावण जो निकाले, राम उस के मन में हैं मन से रावण जो निकाले, राम उस के मन में हैं पल-पल है भारी, वो विपदा है आई मोहे बचाने अब आओ रघुराई सुनो राम जी आए, मोरे राम जी आए राजा रामचंद्र आए, श्री रामचंद्र आए राम जी आए, मोरे राम जी आए श्री रामचंद्र आए, हो (सुनो राम जी आए, मोरे राम जी आए) (राजा रामचंद्र आए, श्री रामचंद्र आए) (राम जी आए, मोरे राम जी आए) (श्री रामचंद्र आए, हो)
Writer(s): Javed Akhtar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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