Letra

तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
अंधेरो से भी मिल रही रोशनी है
तेरा साथ है तो
सभी कुछ है लेकिन कुछ भी नहीं है
अंधेरों में अब ढल रही रोशनी है
बाहों में भरकर चाँद और तारे
बाहों में भरकर चाँद और तारे
गगन का कलेजा ज़मीं को पुकारे
साँसों से थोड़ी उमर माँगनी है
अच्छी-बुरी हर घड़ी बाँटनी है
तेरा साथ है तो
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
अंधेरो से भी मिल रही रोशनी है, तेरा साथ है तो
मुझे तू सजा दे मेरी सब ख़ता है
मुझे तू सजा दे मेरी सब ख़ता है
अब आगे क्या होगा, किसे क्या पता है
घुटे दम तो क्या रात तो काटनी है
मेरी ज़िंदगी दर्द की रागिनी है
कहे फूल तुझसे ज़रा सुन ओ, डाली
कहे फूल तुझसे ज़रा सुन ओ, डाली
खिज़ा में अकेला करेगा क्या माली?
बता तो ये कैसी आँधी उठी है
बहारों में गुलशन की डोली लुटी है, डोली लुटी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
अंधेरो से भी मिल रही रोशनी है
तेरा साथ है तो
तेरा साथ है तो
तेरा साथ है तो
Written by: Kudalkar Laxmikant, Laxmikant-Pyarelal, Santosh Anand, Sharma Pyarelal
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