Paroles

ये रात, ये चांदनी फिर कहां
सुन जा दिल की दास्तान
ये रात, ये चांदनी फिर कहां
सुन जा दिल की दास्तान
हे, पेड़ों की शाखों पे
पेड़ों की शाखों पे सोई-सोई चांदनी
पेड़ों की शाखों पे
तेरे ख्यालों में खोई-खोई चांदनी
और थोड़ी देर में थक के लौट जाएगी
रात ये बहार की फिर कभी ना आएगी
दो, एक पल और है ये समा
सुन जा दिल की दास्तान
हे, लहरों के होठों पे
लहरों के होठों पे धीमा-धीमा राग है
लहरों के होठों पे
भीगी हवाओं में ठंडी-ठंडी आग है
इस हसीन आग में तू भी जल के देख ले
ज़िंदगी के गीत की धुन बदल के देख ले
खुलने दे अब धड़कनों की ज़ुबान
सुन जा दिल की दास्तान
हे, जाती बहारें हैं
जाती बहारें हैं, उठती जवानियाँ
जाती बहारें हैं
तारों के छाँव में कह ले कहानियाँ
एक बार चल दिए गर तुझे पुकार के
लौट कर ना आएँगे काफ़िले बहार के
एक बार चल दिए गर तुझे पुकार के
लौट कर ना आएँगे काफ़िले बहार के
आजा अभी ज़िंदगी है जवान
सुन जा दिल की दास्तान
ये रात, ये चांदनी फिर कहां
सुन जा दिल की दास्तान
दास्तान
दास्तान
Written by: S.D. Burman, Sahir Ludhianvi
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