Crediti
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
R.D. Burman
Composer
Majrooh Sultanpuri
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Balasooriya Kankanamalage DPB
Producer
Testi
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
ज़मीं खा गई आसमाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
पले थे जो कल रंग में, फूल में
कहीं खो गए राह की धूल में
पले थे जो कल रंग में, फूल में
कहीं खो गए राह की धूल में
हुए दर-ब-दर कारवाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
ज़मीं खा गई आसमाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
हज़ारों के तन जैसे शीशे हो चूर
जला धूप में कितनी आँखों का नूर
हज़ारों के तन जैसे शीशे हो चूर
जला धूप में कितनी आँखों का नूर
हैं चेहरों पे ग़म के निशाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
ज़मीं खा गई आसमाँ कैसे-कैसे
ज़माने ने मारे जवाँ कैसे-कैसे
Written by: Majrooh Sultanpuri, R.D. Burman

