Testi
[Verse 1]
कैसी राह पे नसीबा खड़ा
चुप-चाप सा तके मुँह मेरा
आधे वादे सा जीना हुआ
रुस गइयाँ सारी खुशियाँ
[Verse 2]
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सच्ची मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सचि मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
[Verse 3]
हो, सजदे में है झुके सर मेरा
दुआओं में भी जिक्र तेरा
ये जो दिख रहे हैं फ़ासले
ये पस्त हौसले, शिकवे हैं कुछ गिले
और दिल दी गल दिल विच रह गई, हाए
[Verse 4]
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सच्ची मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सच्ची मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
[Verse 5]
हाँ, थम से गए, रुक से गए
रोशन दिए बुझ से गए
खिले फूल भी पर ना खुशबुएँ
गम इस तरह मिले, तन्हा से हो गए
गल्ल बनते-बनते हाए रह गई
[Verse 6]
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सच्ची मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
सड्डी सच्ची मोहब्बत
हो, सच्ची मोहब्बत
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
[Verse 7]
रब्बा वे
रब्बा वे
सड्डी सच्ची मोहब्बत कच्ची रह गई
Written by: Amit Trivedi, Shellee

