가사
ना जा, ना जा, ना जा
ना जा, ना जा...
ना जा, ना जा मन के चैना
तेरे लिए मेरे व्याकुल नैना
तेरे लिए मेरे व्याकुल नैना
के शाम है सिंदूरी, तुमसे है बड़ी दूरी
कैसी है ये मजबूरी
के शाम है सिंदूरी, तुमसे है बड़ी दूरी
कैसी है ये मजबूरी
ना जा, ना जा, ना जा
ना जा, ना जा, ना जा, ना जा
दिल मेरा क्यूँ तोड़ दिया है?
किसके सहारे छोड़ दिया है?
दिल मेरा क्यूँ तोड़ दिया है?
किसके सहारे छोड़ दिया है?
दो राहें पर लाकर तूने जीवन का रुख़ मोड़ दिया है
...मोड़ दिया है, मोड़ दिया है
ना जा, ना जा, ना जा
ना जा, ना जा, ना जा, ना जा
प्यार में तेरे कितना जले हैं
देख, सुलगते अश्क ढले हैं
प्यार में तेरे कितना जले है
देख, सुलगते अश्क ढले हैं
मेरी वफ़ा के इस गुलशन में क्यूँ पत्थर के फूल खिले हैं?
...फूल खिले हैं, फूल खिले हैं
ना जा, ना जा, ना जा
ना जा, ना जा...
ना जा, ना जा मन के चैना
तेरे लिए मेरे व्याकुल नैना
तेरे लिए मेरे व्याकुल नैना
के शाम है सिंदूरी, तुमसे है बड़ी दूरी
कैसी है ये मजबूरी
के शाम है सिंदूरी, तुमसे है बड़ी दूरी
कैसी है ये मजबूरी
ना जा, ना जा, ना जा
ना जा, ना जा, ना जा, ना जा
Written by: Dev Kohli, Raam Laxman