가사
जिस्म तो सिर्फ एक बहाना हैं
रूह तक साथ साथ जाना हैं
हाथ जबसे हैं तेरा हाथों में
मेरे हाथों में ये ज़माना हैं
लो शुरू अब चाहतो का
सिलसिला हो रहा है
मीट रही है दूरिया
और फ़सला खो रहा है
हो रही है बात
कुछ ऐसी जिसमें
हो रही है बात
कुछ ऐसी जिसमें
शब्द गुम है
अर्थ मतलब
चुपके से खो रहा है
लो शुरू अब चाहतों का
सिलसिला हो रहा है
मीट रही है दूरिया
और फ़सला खो रहा है
रुत ना पहले थी कभी इतनी जवा
थोड़ा नया सा लग रहा है ये जहां
आएगा और भी ऐसा ही समा
आएगा और भी ऐसा ही समा
हा हमेशा दो दिलो को
प्यारा सा जो रहा है
लो शुरू अब चाहतों का
सिलसिला हो रहा है
मीट रही है दूरिया
और फ़सला खो रहा है
दिल ये चाहे टूटकर चाहूँ तुम्हें
दे दो इजाजत टूटने की तुम हमे
दिल ये चाहे टूटकर चाहू तुम्हें
दे दो इजाजत टूटने की तुम हमे
चुन के रख लो चाहतों के ये लम्हे
चुन के रख लो चाहतों के ये लम्हे
यूँ संभाल कर थम लो पल
देखो वो खो रहा है
लो शुरू अब चाहतो का
सिलसिला हो रहा है
मीट रही है दूरिया
और फ़सला खो रहा है
हो रही है बात
कुछ ऐसी जिसमें
हो रही है बात
कुछ ऐसी जिसमें
शब्द गुम है
अर्थ मतलब
चुपके से खो रहा है
Written by: Irshad Kamil, Vishal Dadlani


