Teledysk
Teledysk
Kredyty
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Lachhiram
Composer
Aziz Kashmiri
Songwriter
Tekst Utworu
सब जवाँ, सब हसीं...
सब जवाँ, सब हसीं, कोई तुम सा नहीं
हो गए, हो गए जिसके हम वो तुम्हीं, हो तुम्हीं
सब जवाँ, सब हसीं, कोई तुम सा नहीं
हो, देखा जो तुम्हें, महसूस हुआ
पहचान है अपनी मुद्दत से
ख़्वाबों में बसी थी जो सूरत
मिलाती है तुम्हारी सूरत से
मिलाती है तुम्हारी सूरत से
तुम वो ही, वो, वो ही, है ये दिल को यक़ीं
सब जवाँ, सब हसीं, कोई तुम सा नहीं
ओ, रस्ता भी मिले, मंज़िल भी मिले
जब साथ चलें दीवाने दो
या हाथ पकड़ लो, बढ़ के तुम्हीं
या मुझको क़रीब आ जाने दो
या मुझको क़रीब आ जाने दो
ये सितम कब तलक़? तुम कहीं, हम कहीं
सब जवाँ, सब हसीं, कोई तुम सा नहीं
हो, कुछ जान के भी धोका खाया
कुछ देखे उनके इशारे भी
लो, यास की बदली में चमके
उम्मीद के चाँद-सितारे भी
उम्मीद के चाँद-सितारे भी
हो गई आसमाँ आज दिल की ज़मीं
सब जवाँ, सब हसीं, कोई तुम सा नहीं
कोई तुम सा नहीं
Written by: Aziz Kashmiri, Lachhiram


