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चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
किनारे-किनारे, किनारे-किनारे
चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
किनारे-किनारे, किनारे-किनारे
चले जा रहे हैं
ना साहिल की परवाह ना तूफान का डर है
ना ज़ुल्मों का शिकवा ना ग़म का असर है
ना साहिल की परवाह ना तूफान का डर है
ना ज़ुल्मों का शिकवा ना ग़म का असर है
उम्मीदों के बल पर, दिलों के सहारे
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे
चले जा रहे हैं
तमन्ना यही है के लहरों से खेलें
नसीबों की गर्दिश को हँस-हँस के झेलें
तमन्ना यही है के लहरों से खेलें
नसीबों की गर्दिश को हँस-हँस के झेलें
उमंगों की राह में बिछा कर सितारे
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे
चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
किनारे-किनारे, किनारे-किनारे
चले जा रहे हैं
Written by: Jaidev
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