Créditos
INTERPRETAÇÃO
Rekha Bhardwaj
Interpretação
Rishi Kapoor
Elenco
Irfan Kamal
Elenco
Arjun Rampal
Elenco
COMPOSIÇÃO E LETRA
Shankar-Ehsaan-Loy
Composição
Niranjan Iyengar
Letra
Letra
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
तेरे लब पे मेरे होने का निशाँ बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
शब के चेहरे पे चढ़ा रंग सवेरे का तो क्या?
शब के चेहरे पे चढ़ा रंग सवेरे का तो क्या?
ढलते ख़्वाबों में अभी अपना जहाँ बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
यूँ बिछड़ के तू मुझ से ना सज़ा दे ख़ुद को
यूँ बिछड़ के तू मुझ से ना सज़ा दे ख़ुद को
अभी हाथों से तेरे जुर्म-ओ-गुनाह बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
खिलते फूलों का फ़साना तो बस बहाना था, आ
खिलते फूलों का फ़साना तो बस बहाना था
बुझते शोलों की दास्ताँ अभी बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
आँखें सुनी हैं, मेरी माँग उजड़ी है तो क्या?
आँखें सुनी हैं, मेरी माँग उजड़ी है तो क्या?
अभी हाथों में मेरे रंग-ए-हिना बाक़ी है
अभी हाथों में मेरे रंग-ए-हिना बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
तेरे लब पे मेरे होने का निशाँ बाक़ी है
एक घड़ी और ठहर, कि जाँ बाक़ी है
Written by: Niranjan Iyengar, Shankar-Ehsaan-Loy

