Créditos
INTERPRETAÇÃO
Lata Mangeshkar
Vocais principais
Mohammed Rafi
Interpretação
DJ Harshit Shah
Interpretação
DJ MHD IND
Interpretação
COMPOSIÇÃO E LETRA
Anand Bakshi
Composição
Letra
दिल इंसान का एक तराज़ू
दिल इंसान का एक तराज़ू, जो इंसाफ़ को तौले
अपनी जगह पर प्यार है कायम, धरती-अंबर डोले
सबसे बड़ा सच एक जगत में भेद अनेक जो खोले
"प्रेम बिना जीवन सूना," ये पागल प्रेमी बोले
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
ओ, बालम हरजाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
ओ, बालम हरजाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
ज़ालिम, कितनी देर लगा दी...
ज़ालिम, कितनी देर लगा दी तुमने आते-आते
अब आए हो, अब ना आते तो हम जान से जाते
दिल दीवाना दीवाने को हम कैसे समझाते?
कहते राम-दुहाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
फ़ुर्सत भी है, मौसम भी है...
फ़ुर्सत भी है, मौसम भी है, मन है रंगरलियों में
छुप गई है तू ख़ुशबू बनके शायद इन कलियों में
मैंने तुझको कितना ढूँढा आवारा गलियों में
ये आवाज़ लगाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
मस्त हवा ने बात कोई...
मस्त हवा ने बात कोई ऐसी कह दी कानों में
जैसे कोई मदिरा भर दे ख़ाली पैमानों में
तड़पा डाला आज मचलते दिल के अरमानों ने
रुत ने ली अंगड़ाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
ओ, बालम हरजाई
कि आजा, तेरी याद आई
कि आजा, तेरी याद आई
Written by: Anand Bakshi, Laxmikant-Pyarelal

