Créditos
PERFORMING ARTISTS
Ritviz
Performer
Seedhe Maut
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Ritviz
Composer
Seedhe Maut
Lyrics
Ritviz Srivastava
Songwriter
Abhijay Negi
Songwriter
Siddhant Sharma
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Ritviz
Producer
Letra
[Verse 1]
चलो चलें नील गगन को
चलो चलें नील गगन को
उड़ कर, चल कर, श्वेत पवन को
उड़ कर, चल कर, श्वेत पवन को
[Verse 2]
चलो चलें नील गगन को
चलो चलें नील गगन को
[Verse 3]
सामान बाँध
सोचा नई दो बार इन शहरो की गिरफ्त से भागा मैं
एक गहरी साँस लेके सब
भूला भाई जादू सा है कुछ इस हवा में
झंझट से दूर हूं
पड़ोसी की बीटी नहीं सुनी आज
जो करो जो करना नहीं डरना कुछ अभी भी सोचे क्या सोचेगी दुनिया
रहने दो यहाँ जाना मुझे घर नहीं (घर नहीं)
इन कुविचारों की है जड़ वही
ये जो चमके तारे मेरे पे पूरी रात है प्रकृति साथ है (वोआह)
जो करीब पास नइ हम गरीब आदमी फिर भी जीत जारी (ऐ)
[Verse 4]
(ऐ) अतीत की चादर ओढ़े खोया आज उन गुफाओ में
है चंदा जाके पीछे छिपता रात इन पहाड़ों के
चमकता जुगनू जैसे तारे लाख इन फ़िज़ाओ में
लपक के बांधा मैंने फीता छाप छोड़े चला (चला)
मुझे किस-किस ने क्या क्या कहा (कहा)
भटकता रहा मैं सिर्फ आवारा
मैं एक बादल में चलता रहा
गगन बरस पड़ा तोह वाह-वाह
[Verse 5]
चलो चलें नील गगन को
चलो चलें नील गगन को
[Verse 6]
उड़ कर, चल कर, श्वेत पवन को
चलो चलें नील गगन को
चलो चलें नील गगन को
Written by: Abhijay Negi, Ritviz Srivastava, Seedhe Maut, Siddhant Sharma

