बहती रहती
लेहर नादिया सी
तेरी दुनिया में
मेरी दुनिया है
तेरी चाहतों में
तू साथ है हो दिन रात है
अगर तुम साथ हो
तू साथ है हो दिन रात है
साया-साया
माही वे माही वे
मेरी हर बात में साथ तू है
माही वे माही वे
मेरे सारे हालात तू (हाँ)
ये जीना भी ना जीना भी
है दोनो का तुमसे ही वास्ता
मैं ही तो हूँ तेरा पता
है दूसरा ना कोई रास्ता
तुम साथ हो या ना हो
क्या फ़र्क है
बेदर्द थी ज़िंदगी
बेदर्द है
तू साथ है दिन रात है
अगर तुम साथ हो
तू साथ है दिन रात है
साया-साया
माही वे माही वे
मेरी सब राज़ कल आज तू है
माही वे माही वे
मेरी हर उड़ान एक तू
पल भर ठहर जाओ
दिल यह संभाल जाए
कैसे तुम्हे रोका करूँ
मेरी तरफ आधा
हर गम फिसल जाए
आँखों में तुमको भरूं
बिन बोले बातें तुमसे करू
अगर तुम साथ हो
तुम साथ हो