Lyrics

जाने क्यूं?
जलता रहे दिल मेरा
जैसे शम्मा हो
जैसा कोई दिया
काश तुम से में
कह देता जो ना कह सका
हाल मेरा फिर
ऐसा ना होता
बेकरारी है तेरी दूरी से ये तो बढ़ती जाएगी
ये शम्मा ऐसी जो जमाने से ही है ढलती जा रही
जाने क्यूं?
कहती थी रे ये हवा
एक दिन तो
तेरा वो होगा
आज फिर से क्यों
रौशन है ये आसमान
कोई तारा
टूटा तो होगा
टूटे तारे को समझो दिल मेरा जो फिर जुड़ ना पायेगा
टूटे तारे को समझो दिल मेरा जो फिर जुड़ ना पायेगा
दूरी तेरी है इस कदर
जलता है ये दिल मेरा
तू ना मिली तो तेरे बिना
ये बुझ ना कभी पाएगा
जाने क्यूं?
जलता रहे दिल मेरा
जैसे शम्मा हो
जैसा कोई दिया
काश तुम से में
कह देता जो ना कह सका
हाल मेरा फिर
ऐसा ना होता
बेकरारी है तेरी दूरी से ये तो भारती हो जाएगी
ये शम्मा ऐसी जो जमाने से ही है ढलती जा रही
दूरी तेरी है इस कदर
जलता है ये दिल मेरा
तू ना मिली तो तेरे बिना
ये बुझ ना कभी पाएगा
दूरी तेरी है इस कदर
जलता है ये दिल मेरा
तू ना मिली तो तेरे बिना
ये बुझ ना कभी पाएगा
जाने क्यूं?
Written by: Aaroh
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