Lyrics
क्यों अजनबी थे तुम
पास होके भी
क्यूं थे लापता
साथ होके भी
मेरी वजह तुम्ही से
मेरा राब्ता तुम्ही से
कहता आज कल ख़ुद ही से
दिल को तू मेरे
दीवाना लगता है
आज फिर वो पल
सुहाना लगता है
दिल को तू मेरे
दीवाना लगता है
आज फिर वो पल
सुहाना लगता है
आशिकी में तेरी गुज़रते दिन मेरे
यादों का मौसम बेगाना लगता है
दिल को तू मेरे
दीवाना लगता है
आज फिर वो पल
सुहाना लगता है
मिले हैं हम फिर क्यों
गर रहेंगे हम जुदा
कह दो ना इस दफा
रहना है मेरा बनके सदा
रातें अब मेरी तुम्ही से
भीगे भीगे पल तुम्हीं से
मुलाक़ातें मेरी तुम्ही से
दिल को तू मेरे
दीवाना लगता है
आज फिर वो पल
सुहाना लगता है
दिल को तू मेरे
दीवाना लगता है
आज फिर वो पल
सुहाना लगता है
Written by: Shrey Singhal

