Lyrics
बड़े अच्छे लगते हैं
बड़े अच्छे लगते हैं
क्या?
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
और? और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
और? और तुम
हो मांझी रे
जाइयो पिया के देस
हम तुम कितने पास हैं
कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को
झूठे लगते हैं ये सारे
हम तुम कितने पास हैं
कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को
झूठे लगते हैं ये सारे
मगर सच्चे लगते हैं
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
और? और तुम
तुम इन सबको
छोड़ के कैसे
कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम
याद बहुत आओगी
तुम इन सबको
छोड़ के कैसे
कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम
याद बहुत आओगी
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती, ये नदिया, ये रैना
और? और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
Written by: Anand Bakshi, R.D. Burman


