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PERFORMING ARTISTS
Bharat Gul
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Surya Raj Kamal
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Bharat Kamal
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Saloni Arora
Saloni Arora
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Gul Saxena
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Manjul Raj
Manjul Raj
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Mukesh Pandey
Mukesh Pandey
Lyrics
Surya Raj Kamal
Surya Raj Kamal
Composer
Shekhar Astitwa
Shekhar Astitwa
Lyrics

Lyrics

कृष्ण है विस्तार यदि तो सार है राधा
कृष्ण की हर बात का आधार है राधा
राधा बिना कृष्ण नहीं, कृष्ण बिना नहीं राधा
जिस कण में राधा बसी, उस कण में बसे हैं कृष्ण सदा से
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
कृष्ण है वंशी तो राधा तान मतवारी
कृष्ण है सृष्टा तो राधा सृष्टि है सारी
कृष्ण बिना राधा का होना कहाँ संभव है
कृष्ण यदि परमानंद तो राधा उत्सव है सदा से
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
शब्द है कृष्णा तो उसका अर्थ है राधा
कृष्ण की शक्ति है और समार्थ्य है राधा
कण-कण में है राधे, कण-कण में कृष्णा है
यही परम तृप्ति है, बाकी सब तृष्णा है जगत में
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
कृष्ण के हर रोम में है राधिका प्यारी
राधा के तन-मन में बसते कृष्ण बनवारी
राधा के अधरों पर कृष्ण का है नाम सदा
एक-दूजे में दोनों पाते हैं विश्राम सदा युगों से
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा, राधा, राधा, राधा, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण
राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण, राधा-कृष्ण
Written by: Mukesh Pandey, Surya Raj Kamal
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