Credits
PERFORMING ARTISTS
Chitalkar
Performer
Lata Mangeshkar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Chitalkar
Composer
Lyrics
फिर वही चाँद, वही हम, वही तनहाई है
फिर वही चाँद, वही हम, वही तनहाई है
आज फिर दिल ने मुहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद, वही हम, वही तनहाई है
आज फिर दिल ने मुहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद...
दूर दुनिया से कहीं भीगी हुई रातों में
दूर दुनिया से कहीं भीगी हुई रातों में
दो मुहब्बत भरे दिल गुम हैं हसीं बातों में
दो मुहब्बत भरे दिल गुम हैं हसीं बातों में
दिल में जो बात है, आँखों में चली आई है
आज फिर दिल ने मुहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद...
ये समंदर का किनारा (हाँ)
ये खामोशी का समाँ (हाँ)
ये समंदर का किनारा, ये खामोशी का समाँ
ये एक ख़्वाब मोहब्बत का...
एक ख़्वाब मोहब्बत का है इस वक्त जवाँ
ना कोई डर है ज़माने का, ना रुसवाई है
आज फिर दिल ने मुहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद, वही हम, वही तनहाई है
आज फिर दिल ने मुहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद...
Written by: C. Ramchandra, Rajinder Krishnan

