Şarkı sözleri
आइए मेहरबान, बैठिए जान-ए-जान
शौक से लिजिए जी, इश्क के इम्तेहान
आइए मेहरबान, बैठिए जान-ए-जान
शौक से लिजिए जी, इश्क के इम्तेहान
आइए मेहरबान
कैसे हो तुम नौजवान, कितने हसीन मेहमान
कैसे हो तुम नौजवान, कितने हसीन मेहमान
कैसे करूँ मैं बयां, दिल की नहीं है ज़ुबां
कैसे करूँ मैं बयां, दिल की नहीं है ज़ुबां
आइए मेहरबान, बैठिए जान-ए-जान
शौक से लिजिए जी, इश्क के इम्तेहान
आइए मेहरबान
देखा मचल के जिधर, बिजली गिरा दी उधर
देखा मचल के जिधर, बिजली गिरा दी उधर
किसका जला आशियां, बिजली को ये क्या खबर
किसका जला आशियां, बिजली को ये क्या खबर
आइए मेहरबान, बैठिए जान-ए-जान
शौक से लिजिए जी, इश्क के इम्तेहान
आइए मेहरबान, बैठिए जान-ए-जान
शौक से लिजिए जी, इश्क के इम्तेहान
आइए मेहरबान
Written by: Dipin Raj, O. P. Nayyar, Qamar Jalalabadi

