Credits
PERFORMING ARTISTS
Kumar Sanu
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Anu Malik
Composer
Mehboob
Lyrics
Lyrics
ओ, देखा मैंने सारा जहाँ, चला था मैं यहाँ-वहाँ
ओ, ढूँढा मैंने तुझे कहाँ-कहाँ, देखो ना आना पड़ा यहाँ
शाम भी हुई जवाँ, मिलन की हैं मस्तियाँ
मोहब्बत की है फ़िज़ा, छोड़ के ऐसा समाँ
ओ, गोरी तू चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
ओ, गोरी तू चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
जाना है तो जाँ भी ले जा ज़रा
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
होए, ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
कभी तू दिन लगे, कभी तू रात है
ओए, ओए, ओए, ओए, ओए, ओए, तुझमें तुछ बात है
Hey, कभी तू दिन लगे, कभी तू रात है
ओए, ओए, ओए, ओए, ओए, ओए, तुझमें तुछ बात है
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
Hey, ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
जाना है तो जाँ भी ले जा ज़रा
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
कभी तू शोला है, आग भड़काती है
कभी तू शबनम है, प्यार बरसाती है
Hey, कभी तू शोला है, आग भड़काती है
कभी तू शबनम है, प्यार बरसाती है
Hey, ओ, गोरी तू चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
ओ, गोरी तू चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
जाना है तो जाँ भी ले जा ज़रा
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
किसी ना नज़र मिला, किसी से ये दिल लगा
मोहब्बत का खेल-खेल, जान की बाज़ी लगा
तू अपने प्यार से, किसी का जीवन सजा
आने दे आए क़यामत, दिल की बस्ती बसा
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
जाना है तो जाँ भी ले जा ज़रा
ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
हाँ, ओ, गोरी-गोरी चली कहाँ?
तू चोरी-चोरी चली कहाँ?
उड़ा के दिल चली कहाँ?
चुरा के दिल चली कहाँ?
Written by: Anu Malik, Mehboob