歌词
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरे
मोहब्बत तुमसे सीखी है
मेरे गुलफ़ाम सुन लो तुम
दीवाने दिल का कहना है
किया है फैसला मैंने
तुम्हारे बिन न रहना है
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
करे दीवानगी मौसम
सनम तुम्हारी इन अदाओं से
गज़ब लगाती हो तुम रब की कसम
भरोसा हो न जो मेरा तो
पूछो इन फ़िज़ाओं से
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरे
मोहब्बत तुमसे सीखी है
बनाया आशियाँ मैंने
सनम तुम्हारी ही निगाहों में
न जाऊं दूर मैं तुमसे कभी
बिता दूँ उम्र मैं साड़ी
सनम तेरी ही बाहों में
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरे
मोहब्बत तुमसे सीखी है
बनी है सुरमई देखो घटा
तेरी आँखों के काजल से
चुराती है जवान खुश्बू हवा
लिपट के मेरी जान-इ-मन
तेरे यह रेशमी आँचल से
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरे
मोहब्बत तुमसे सीखी है
मेरे गुलफ़ाम सुन लो तुम
दीवाने दिल का कहना है
किया है फैसला मैंने
तुम्हारे बिन न रहना है
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरे
मोहब्बत तुमसे सीखी है
Written by: Nadeem - Shravan, Sameer