制作

出演艺人
AFKAP
AFKAP
表演者
作曲和作词
Panini Pandey
Panini Pandey
词曲作者
制作和工程
Ruins
Ruins
制作人

歌词

Yo, yo, yo, yo
अब पलकें ना साफ़ कर
जो भी जो बात तुझे (बात तुझे)
उनका एहसास कर (एहसास कर)
अगर ये आंखें खुली हैं (खुली हैं)
उनको तू नाम कर (नाम कर)
फ़ोन पे बातें खुली हैं
उनको तू बंद कर (उनको तू बंद कर)
क्या ख़ुद से ही खफ़ा मैं?
जो चाहा वो बोला नहीं?
अनदेखा कर के अभी
इस मौसम को बोला सही
ये हवा ना चली तेज़ (हवा ना चली तेज़)
ये छत अभी टूटी नहीं
ये बारिश के पीछे आने वाली
आँधी लगे अब भी झूठी नहीं
मुझे पता नहीं
तेरी बातें, वो दिल की बातें (वो दिल की बातें)
मैं बोल आ गया (मैं बोल आ गया)
वह जो सुनी नहीं (नहीं-नहीं, भाई, नहीं-नहीं)
वह आज गई (वह आज गई)
मेरे साथ नहीं (मेरे साथ नहीं)
थोड़ा फर्क पड़ा (ना, ना, ना, ना)
कोई बात नहीं अभी
(हम-हम) देखा नहीं, पास में पैसे नहीं (पास में पैसा नहीं)
काश ये होते ना ख्वाब
जो सपनों के पीछे दौड़े, उनके पैरों पे लगी है आग
मैं अपनी धुन में गुन-गुनाता हुआ चला गया बेकार
(नहीं-नहीं, भाई, नहीं-नहीं)
राहों पे मैं खो गया तोह पीछे कभी मुड़ा नहीं
मन में दबाके रखा जो ज़हर, वो तोह तूने उग्गला ही
(मैं टूट गया, बोलो जुदा नहीं)
अब दीये की आग में (अब दीये की आग में)
अब घर की ही याद में (अब घर की ही याद में)
अब धूयें की सांस में (अब धूयें की सांस में)
डर है समुंदर की दूरी से
दिलों के बढ़ रहे फ़ासले
वो दो-दो नए दोस्त (दो नए दोस्त)
जो पिछले साल मिले थे (येह-येह)
उनकी वजह से ही आज (उनकी वजह से ही आज)
ये गाने हम लिखें हैं (हम-हम)
उनकी वजह से ही आज (उनकी वजह से ही आज)
ये गाने अब निक्कले हैं (अहा)
और फिर जब मैं घर पे गया
बॉम्बे में सुनी आवाज़ (बॉम्बे में सुनी आवाज़)
सब बोले हैं, "गली गैंग?"
सपने सच हो रहे यहाँ (यहाँ पे)
वापिस जाने की मेरी भी तोह चाह है
पर कंधों पे भार है
मुझे पता है यहाँ जैसे
(बोला ना यहां पे, बातें ना जैसे यहां पे चले जैसे क्यूं हूं?)
मुझे ना पता, मेरी बातें सुने यहां पे ना यारी चले जैसे यूँ
Na-na, na-na-na-na, na-na
Na-na-na-na, ooh
Written by: Panini Pandey
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