歌词

आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आंखों में उड़ने दो, आंखों में उड़ने दो
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आसमान से वक्त का परिंदा जब उड़े तो शाम होती है
शाम होते ही परिंदे आशियां में लौट आते हैं
आसमानी आँखें हैं, शाम होती है तो रस्म है
चाँद का चिराग जलता है, चाँद का चिराग जब जले
तोह पंछी सो जाते हैं
पंछी रात में अकेले सोते डरते हैं
साथ कोई सोए तोह
नर्म-नर्म ख्वाब आते हैं
ख्वाबों में उड़ने दो
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
कलाईयों से खोल दो ये
नब्ज़ की तरह तड़पता वक्त तंग करता है
कलाईयों पर जब से मैंने तेरे हाथ पहने हैं
रुक्क गई है नब्ज़ और वक्त उड़ता रहता है
आसमान काट कर पहन ले जिस्म पर
रूहों को उड़ने दो
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आसमानी रंग है, आसमानी आंखों का
आंखों में उड़ने दो, आंखों में उड़ने दो
Written by: Gulzar, Vishal Bhardwaj
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