歌詞
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
कैसे-कैसे लोग हैं तरसे
कैसे-कैसे लोग हैं तरसे
यहाँ पे पाई-पाई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
रिश्ते तो कमज़ोर ही निकले
रिश्ते तो कमज़ोर ही निकले
मन तो उलझा जाता है
रिश्ते तो कमज़ोर ही निकले
रिश्ते तो कमज़ोर ही निकले
मन तो उलझा जाता है
जब-जब साथ तुम्हारा पाया
जब-जब साथ तुम्हारा पाया
दिल चाहे तन्हाई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
जिनको फ़न पर नाज़ था अपने
जिनको फ़न पर नाज़ था अपने
डूब गए इस झील में सब
जिनको फ़न पर नाज़ था अपने
जिनको फ़न पर नाज़ था अपने
डूब गए इस झील में सब
कोई शनावर नाप न पाया
कोई शनावर नाप न पाया
आँखों की गहराई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
सातों रंग धनक के बिखरे
सातों रंग धनक के बिखरे
सारा आलम कब्ज़े में
सातों रंग धनक के बिखरे
सातों रंग धनक के बिखरे
सारा आलम कब्ज़े में
हम तो एक अदा ही समझे
हम तो एक अदा ही समझे
यार तेरी अंगड़ाई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
तुमने मुझसे प्यारा समझा
दौलत सी हरजाई को
Written by: Anup Jalota, Navroze Kotwal


