積分

演出藝人
Anup Jalota
Anup Jalota
主唱
詞曲
Anup Jalota
Anup Jalota
作曲

歌詞

तन तम्बूरा, तार मन,
तन तम्बूरा, तार मन, अद्भुत है ये साज
हरी के कर से बज रहा, हरी की है आवाज
तन के तम्बूरे में, दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में, दो
तन के तम्बूरे में, दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
अब तो इस मन के मंदिर में,
अब तो इस मन के मंदिर में,
प्रभु का हुआ बसेरा
प्रभु का हुआ बसेरा
अब तो इस मन के मंदिर में,
प्रभु का हुआ बसेरा
प्रभु का हुआ बसेरा
मगन हुआ मन मेरा, छूटा जनम जनम का फेरा
जनम जनम का फेरा
मगन हुआ मन मेरा, छूटा जनम जनम का फेरा
जनम जनम का फेरा
मन की मुरलिया में, मन की मुरलिया में
मन की मुरलिया में, सुर का सिंगार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में, दो
तन के तम्बूरे में, दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
लगन लगी लीला धारी से, जगी रे जगमग ज्योति
जगी रे जगमग ज्योति
राम नाम का हीरा पाया, श्याम नाम का मोती
जगी रे जगमग ज्योति
प्यासी दो अंखियो में, प्यासी दो अंखियो में,
प्यासी दो अंखियो में, आंसुओ के धार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
तन के तम्बूरे में, दो
तन के तम्बूरे में, दो सांसो की तार बोले
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम श्याम
जय सिया राम राम, जय राधे श्याम
Written by: Anup Jalota
instagramSharePathic_arrow_out

Loading...