Lyrics
खोया है पा के जिसने प्यार, मैं हूँ ना
बेचैन मैं हूँ, बेक़रार मैं हूँ ना
कोई तो हो ऐसा जिसको अपना कह सकूँ
कोई तो हो ऐसा जिसके दिल में रह सकूँ
हो, कोई तो कहता एक बार, "मैं हूँ ना"
खोया है पा के जिसने प्यार, मैं हूँ ना
बेचैन मैं हूँ, बेक़रार मैं हूँ ना
जो बंधन टूटे, जो अपने रूठे
पास आ जाएँ फिर से दूरियाँ
ये क्यूँ होता है? ये दिल रोता है
बेबस हो जाती है ये ज़ुबाँ
अपने तो सारे इस किनारे रह गए
अपने तो सारे इस किनारे रह गए
हो, तनहा चला जो उस पार, मैं हूँ ना
खोया है पा के जिसने प्यार, मैं हूँ ना
बेचैन मैं हूँ, बेक़रार मैं हूँ ना
जहाँ भी मैं जाऊँ, जहाँ भी मैं देखूँ
सारे चेहरे बेगाने से हैं
कभी कोई था जो मेरा ही था
ये क़िस्से अब अफ़साने से हैं
कल ज़िंदगी ने खेल खेले थे नए
कुछ लोग जीते, जीते कि सब ले गए
हो, हिस्से में आई जिसके हार, मैं हूँ ना
खोया है पा के जिसने प्यार, मैं हूँ ना
बेचैन मैं हूँ, बेक़रार मैं हूँ ना
Writer(s): Javed Akhtar, Anu Malik
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