Sonu Nigam – nadcházející koncerty
Kredity
PERFORMING ARTISTS
Sonu Nigam
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Anand Raj Anand
Composer
Dev Kohli
Lyrics
Texty
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
नज़ाक़त के अलग देता, शरारत के अलग देता
दीवाना हूँ तेरा, तुझको मैं number one बना देता
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
तेरी उलझी हुई ज़ुल्फ़ें मेरी जाँ मैं सँवारूँगा
बड़ी तू खुबसूरत है, तेरी नज़रें उतारूँगा
तेरी उलझी हुई ज़ुल्फ़ें मेरी जाँ मैं सँवारूँगा
बड़ी तू खुबसूरत है, तेरी नज़रें उतारूँगा
मुझे बस एक मौक़ा दे, मेरे दिल का ये तोहफ़ा ले
मुझे बस एक मौक़ा दे, मेरे दिल का ये तोहफ़ा ले
अगर सीने में होते दिल, हज़ारों में लूटा देता
हाए, महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
सलामी दूँगा मैं तुझको, ग़ुलामी भी मैं सह लूँगा
मुझे जिस हाल में रखेगी, तेरे साथ रह लूँगा
सलामी दूँगा मैं तुझको, ग़ुलामी भी मैं सह लूँगा
मुझे जिस हाल में रखेगी, तेरे साथ रह लूँगा
अगर इक़रार तू करती, ज़रा सा प्यार तू करती
अगर इक़रार तू करती, ज़रा सा प्यार तू करती
तेरे क़दमों में जान-ए-मन मैं अपना सर झुका देता
हाए, महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
मेरी महबूबा तू होती तो number १०० में १०० देता
नज़ाक़त के अलग देता, शरारत के अलग देता
दीवाना हूँ तेरा तुझको मैं number one बना देता
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा
मेरी महबूबा, मेरी महबूबा, yeah
Writer(s): Dev Kohli
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