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इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं मस्ताने हज़ारों हैं इन आँखों से वाबस्ता... इन आँखों से वाबस्ता अफ़साने हज़ारों हैं अफ़साने हज़ारों हैं इन आँखों की मस्ती के... एक तुम ही नहीं तन्हा एक तुम ही नहीं तन्हा उल्फ़त मेें मेरे सिवा उल्फ़त मेें मेरे सिवा इस शहर मेें तुम जैसे... इस शहर मेें तुम जैसे दीवाने हज़ारों हैं दीवाने हज़ारों हैं इन आँखों की मस्ती के...
Writer(s): Khayyam, Shahryar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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