प्यार तूने क्या किया
प्यार तूने क्या किया
तू फ़लक है, मैं ज़मीं हूँ
तू नहीं तो कुछ नहीं हूँ
तेरे बिन कैसे जियूँ?
बोले बिन कैसे कहूँ?
तेरी ही होके रहूँ
इश्क़ से तू भिगोने लगी
दिल में बातें होने लगी
रातें मेरी खोने लगी
हाँ, तू मेरी होने लगी
तेरी उल्फ़त का ऐसा असर है
तेरी ही ओर मेरी जाती नज़र है
कि चेहरे से तेरे ना हों रिहा नज़रें
तेरे बिन कैसे जियूँ?
बोले बिन कैसे कहूँ?
तेरी ही होके रहूँ
पलछिन मेरे खिलने लगे जब से तू मिला
पलछिन मेरे खिलने लगे जब से तू मिला
क़िस्मत से है जो मिलता, तू है वो सिला
मुझ पे तो है बस हक़ तेरा
इश्क़ से तू भिगोने लगी
दिल में बातें होने लगी
रातें मेरी खोने लगी
हाँ, तू मेरी होने लगी
हाँ, मैं तेरी होने लगी