Songtexte
धड़कनों में और लबों पे एक ही आवाज़ है
आज मिल गई है अपने पंख को परवाज़ है
धड़कनों में और लबों पे एक ही आवाज़ है
आज मिल गई है अपने पंख को परवाज़ है
इन रगो में रंग है जिसका, आज हो जाना है उसका रे
कुछ नहीं माँगे ये किसी से, हैं मगर हम सारे इसी से रे
सुन ले ना
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
तेरा-मेरा क्या है, ਬੰਦਿਆ? सब कुछ ये क़ुदरत है
जो पा ले तू उसको भूले, कैसी ये फ़ितरत है?
पाँव के नीचे ये जो ना हो, पाँव फ़िसल जाएगा
आज-अभी से ठान ले, ਬੰਦਿਆ, कल ना फ़िर आएगा
(कल ना फ़िर आएगा)
सौंधी सी हो ख़ुशबू, बूँद गिरे जब माटी पे
तन झूमे, मन झूमे, तार जुड़े सब माटी से
सोच ज़रा क्या होगा, सूख-सूख जो ये रूठ गई
कर कुछ ना पाएगा तू, और तेरी साँसें भी टूटेंगी
इन रगो में रंग है जिसका, आज हो जाना है उसका रे
कुछ नहीं माँगे ये किसी से, हैं मगर हम सारे इसी से रे
सुन ले ना
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
ਬੰਦਿਆ-ਬੰਦਿਆ, ਮਾਟੀ ਅਨਮੋਲ ਹੈ, ਬੰਦਿਆ
Writer(s): Sharib Sabri, Toshi Sabri, Dr. Devender Kafir
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