Συντελεστές
PERFORMING ARTISTS
Ram Shankar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Ram Shankar
Composer
Manoj Muntasheer
Songwriter
Στίχοι
ये शबनम से भीगा हवाओं का आँचल
ये दरिया की लहरें, ये लहरों की हलचल
यहीं बैठ कर हम भी सपने सँजोते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
ये शबनम से भीगा हवाओं का आँचल
ये दरिया की लहरें, ये लहरों की हलचल
यहीं बैठ कर हम भी सपने सँजोते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
ये पर्वत, ये बादल, ये धरती, ये अंबर
ये पर्वत, ये बादल, ये धरती, ये अंबर
अजब सी ख़ुमारी में हैं सारे मंज़र
ज़माना ज़माने की हर शय भुला कर
तुम्हारे ही पहलू में सर रख के सोते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
तुम्हें धड़कनों की सदाएँ सुना कर
तुम्हें धड़कनों की सदाएँ सुना कर
ये लब चूम लेते ज़रा पास आ कर
तुम्हारी निगाहों से मोती चुरा कर
ख़यालों की रंगीन लड़ियाँ पिरोते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
ये शबनम से भीगा हवाओं का आँचल
ये दरिया की लहरें, ये लहरों की हलचल
यहीं बैठ कर हम भी सपने सँजोते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
जो तुम साथ होते, जो तुम साथ होते
Written by: Manoj Muntasheer, Ram Shankar, Ramlaxman

