Συντελεστές
PERFORMING ARTISTS
Romy
Performer
Shehnaz Akhtar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Shashwat Sachdev
Composer
Anvita Dutt
Lyrics
Στίχοι
ओ मैं केहा, की हाल ए?
करन आ गए सब दंगा
इक्क क़िस्सा सुनो
उस दिन दी बात है
जब यारा दा पै गया पंगा
सब करते हैं मेरी तारीफ़ां
तू ही तां जांदे ओ
मैं किन्ना सरीफ आं
एन्ना चंगा?
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
ऊँची दीवारों वाला, इक घर था शरीफ़ों का
कुड़ी बैठी था अंदर छुप के, खुला खिड़की का कुंडा था
ऊँची दीवारों वाला, इक घर था शरीफ़ों का
कुड़ी बैठी था अंदर छुप के, खुला खिड़की का कुंडा था
(फेर की होया?)
कुर्ती मलमल दी भिज गई, के लाके नाम फिल्लौरी दा
बजाके तुंबा सारी पिंड की कुंडियों का
फिल्लौरी नचदा बजाके तुम्बा
सारी पिंड की कुंड़ियों का
फिल्लौरी नचदा बजाके तुम्बा
सारी पिंड की कुंड़ियों का
फिल्लौरी नचदा
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
ज्ञान की बात बताता हूं मैं, सुन लो मेरे क़िस्से
कुडियो को मैं दाना डालू, बन कबूतर फँसे
झूठ मूठ की शरम हया को, करलो सज्जे खब्बे
दूध मलाई बिल्ला चाटे, फिर मूंछें पोंछे
ओ यारा मेरे फिर ना पूछो, आगे क्या होगा
ओ यारा जब दोनों राज़ी, फिर कैसा धोखा
बड़े गहरे से पहरे के पीछे, गोरी मै'म का चेहरा था
उसका विलायती पति था, थोड़ा थोड़ा जो बहरा था
(फेर की होया?)
गोरी के अंग पे जम गया, मैला रंग फिल्लौरी दा
बजाके तुंबा सारी पिंड की कुंडियों का
फिल्लौरी नचदा बजाके तुम्बा
सारी पिंड की कुंड़ियों का
फिल्लौरी नचदा बजाके तुम्बा
सारी पिंड की कुंड़ियों का
फिल्लौरी नचदा
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
टिम-लक-लक-टिम-टिम-लक-लक
टिम-टिम-लक-लक-टिम-लक-लक-टिम
ओ यारा मेरे फिर ना पूछो, आगे क्या होगा
ओ यारा जब दोनों राज़ी, फिर कैसा धोखा
ओ यारा मेरे फिर ना पूछो, आगे क्या होगा
आगे क्या होगा, आगे क्या होगा, आगे क्या होगा आ-हा
Written by: Anvita Dutt, Anvita Dutt Guptan, Shashwat Sachdev

