Επερχόμενες συναυλίες – Kumar Sanu & Alka Yagnik
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Συντελεστές
PERFORMING ARTISTS
Kumar Sanu
Vocals
Vimal Kumar
Conductor
COMPOSITION & LYRICS
Nikhil D'Souza
Composer
Vinay
Composer
Rani Malik
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Vimal Kumar
Producer
Στίχοι
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
लकीरों में अपनी बसा लेंगे हम
तुम्हें अपना सब कुछ बना लेंगे हम
तुम्हें अपना सब कुछ बना लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
बढ़ने लगी दिल की बेचैनियाँ
पागल बनाए ये नज़दीकियाँ
हाँ, बढ़ने लगी दिल की बेचैनियाँ
पागल बनाए ये नज़दीकियाँ
क़रीब आ के साँसों में घुल जाओ तुम
ना रह जाए दूरी कोई दरमियाँ, कोई दरमियाँ
हर एक फ़ासले को मिटा देंगे हम
हर एक फ़ासले को मिटा देंगे हम
लकीरों में अपनी बसा लेंगे हम
तुम्हें अपना सब कुछ बना लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
ख़ुमारी ये कैसी? ये कैसा नशा?
ये क्या हो गया है, मुझे क्या पता
हाय, ख़ुमारी ये कैसी? ये कैसा नशा?
ये क्या हो गया है, मुझे क्या पता
ये अरमान कैसे पिघलने लगे?
कभी ना हुआ जो अब हो रहा, अब हो रहा
तुम्हें धड़कनों में छुपा लेंगे हम
तुम्हें धड़कनों में छुपा लेंगे हम
लकीरों में अपनी बसा लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
लकीरों में अपनी बसा लेंगे हम
तुम्हें अपना सब कुछ बना लेंगे हम
तुम्हीं से तुम्हीं को चुरा लेंगे हम
Writer(s): Rani Malik, Nikhil Kamath, Vinay Tiwari
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