Κορυφαία τραγούδια από Rishi Roy
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PERFORMING ARTISTS
Rishi Roy
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Rishi Roy
Composer
Στίχοι
जाना था कभी जिसे, अनजाना सा हो गया
एक पल में कैसे दिल हँसी के पल ले गया
मेरे घर की दीवरों में शोर तेरा गूँजे
अब नए-नए चेहरों में बस तुझको ही ढूँढे
मैंने मान लिया है तेरी कमी बस
तेरी नफ़रत मंजूर नहीं
मान लिया है ये भी सही में
तेरे लिए अब कोई नहीं
मैं तेरा कोई नहीं, कोई नहीं
तू मेरी हुई नहीं, हुई नहीं
मैं तेरा कोई नहीं, कोई नहीं
है तेरे सिवा कोई नहीं है मेरा
तू मेरी हुई नहीं, हुई नहीं
तेरी जगह कोई ना ले सका
मैं तेरा कोई नहीं, कोई नहीं
है तेरे सिवा कोई नहीं है मेरा
तू मेरी हुई नहीं, हुई नहीं
तेरी जगह कोई ना ले सका
खुदा नहीं खफ़ा है, तू मुझसे जुदा है
गुरूर ये क्या है?
मुझे बता
कहीं तो लिखा है, तेरा-मेरा मिलना है
उम्मीद ये क्यूँ है?
मुझे बता
तू जहाँ भी हो कमी कोई ना हो
तेरी आँखों में नमी कोई ना हो
सपने सजे तेरे है ये दुआ (ये दुआ)
कभी रातों को तारे दिखे टूटे
अपनी आँखें उठा के जो तू देखे
इस बहाने तुझे देखूँ मैं इक दफ़ा
मैंने मान लिया है तू है सही पर
इश्क़ मेरा कमजोर नहीं
मान लिया है ये भी सही में
मेरे लिए अब कोई नहीं, ओ
मैं तेरा कोई नहीं, कोई नहीं
है तेरे सिवा कोई नहीं है मेरा
तू मेरी हुई नहीं, हुई नहीं
तेरी जगह कोई ना ले सका
खुदा नहीं खफ़ा है, तू मुझसे जुदा है
गुरूर ये क्या है?
मुझे बता
कहीं तो लिखा है, तेरा-मेरा मिलना है
उम्मीद ये क्यूँ है?
मुझे बता
Writer(s): Rishi Roy
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