Συντελεστές

PERFORMING ARTISTS
Kanika Kapoor
Kanika Kapoor
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Devi Sri Prasad
Devi Sri Prasad
Composer
Raqueeb Alam
Raqueeb Alam
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Devi Sri Prasad
Devi Sri Prasad
Producer

Στίχοι

[Verse 1]
साड़ी-साड़ी पहन के साड़ी आए तो उसको घूरे
छोटे-छोटे स्कर्ट भी जो पहन के आए तो घूरे
छोड़ सारी छोड़ स्कर्ट इन कपड़ों से क्या होता
नज़रें गंदी सोच गंदी मर्द है बिन पेन्दी लोटा
[Chorus]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
[Verse 2]
गोरे-गोरे मुखड़े पे तैयार कोई मरने को
साँवली को छेड़े बांहों में आ जाए भरने को
काले-गोरे से क्या मतलब मधु मिली या फिर मट्ठा
एक ही रट्टा देख दुपट्टा मर्द है बिन पेंदी लोटा
[Chorus]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
ओहो ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
[Verse 3]
लम्बी-लम्बी टांग वाली छोकरी का दीवाना
छोटी-नाटी लड़कियों को डालता है वो दाना
लम्बी हो या नाटी सबको बहला के इसने लूटा
चाट लेगा पत्तल जूठा मर्द है बिन पेंदी लोटा
[Chorus]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
हाए ओ बोलेगा या ओ-ओ बोलेगा साला
[Verse 4]
फूले-फूले गाल पे कोई बोले क्या दिखती है
दुबली-पतली हो तो फिर गुलाब की डाली लगती है
मोटी हो या पतली सबके दरवाज़े पे है अड्डा
देख अकेले डाले फंदा मर्द है बिन पेंदी लोटा
[Chorus]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
[Verse 5]
ऊ ना या ऊ ना
ऊ ना या ऊ ना
[Verse 6]
झूठी-झूठी शान पे कोई अपना रोब दिखाता है
कोई बन के दिलवाला दिल दिल से खेल के जाता है
एक ही थाली के ये दोनों हैं रे चट्टे-बट्टे
बत्ती गुल छाया अंधेरा
Mmm-mmm-mmm-mmm
बत्ती गुल छाया अंधेरा मर्द है बिन पेंदी लोटा
[Chorus]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
ऊ बोलेगा बला ऊ-ऊ-ना बोलेगा बला
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
ऊ बोलेगा बला ऊ-ऊ-ना बोलेगा बला
[Outro]
ऊ बोलेगा या ऊ-ऊ बोलेगा साला
Written by: Devi Sri Prasad, Raqueeb Alam
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