Credits

PERFORMING ARTISTS
Kishore Kumar
Kishore Kumar
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Bappi Lahiri
Bappi Lahiri
Composer
Prakash Mehra
Prakash Mehra
Songwriter
Prakash Mehra,Anjaan
Prakash Mehra,Anjaan
Songwriter

Lyrics

[Verse 1]
बुज़ुर्गों ने
बुज़ुर्गों ने फरमाया कि
पैरों पे अपने खड़े होके दिखलाओ
फिर ये ज़माना तुम्हारा है
ज़माने के सुर ताल के
साथ चलते चले जाओ
फिर हर तराना तुम्हारा
फ़साना तुम्हारा है
[Verse 2]
अरे तो लो भैया हम
अपने पैरों के ऊपर खड़े हो गए
और मिलाली है ताल
दबालेगा दातों तले उंगलियां लियां
ये जहाँ देखकर
देखकर अपनी चाल
(wah-wah wah-wah)
धन्यवाद
[Verse 3]
के पग घुंघरू
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
और हम नाचे बिन घुंघरू के
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
वो तीर भला किस काम का है
जो तीर निशाने से चूके चूके चूके रे
[Verse 4]
के पग घुंघरू
पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी
पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी
नाची थी नाची थी नाची थी हाँ
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
[Verse 5]
Sa sa sa ga ga re re sa ni ni ni sa sa sa
(sa sa sa ga ga re re sa ni ni ni sa sa sa)
Sa sa sa ga ga re re sa ni ni ni sa sa sa
Ga ga ga pa pa ma ma ga re re re ga ga ga
(ga ga ga pa pa ma ma ga re re re ga ga ga)
[Verse 6]
Pa ni sa
(pa ni sa)
Pa ni sa
(pa ni sa)
Ma pa ni
(ma pa ni)
Ma pa ni
(ma pa ni)
[Verse 7]
आप अंदर से कुछ और
बाहर से कुछ और नज़र आते हैं
बखुदा शकल से तो चोर नज़र आते हैं
उमर गुज़री है सारी चोरी में
सारे सुख चैन बंद जुर्म की तिजोरी में
[Verse 8]
आप का तो लगता है बस यही सपना
राम राम जपना पराया माल अपना
आप का तो लगता है बस यही सपना
राम राम जपना पराया माल अपना
[Verse 9]
वतन का खाया नमक तो नमक हलाल बनो
फ़र्ज़ ईमान कि ज़िंदा यहाँ मिसाल बनो
पराया धन पराई नार पे नज़र मत डालो
बुरी आदत है ये आदत अभी बदल डालो
[Verse 10]
क्यूं के ये आदत तो वह आग है जो
इक दिन अपना घर
फूँके फूँके फूँके रे
[Verse 11]
के पग घुंघरू
पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी
पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी
नाची थी नाची थी नाची थी हाँ
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
[Verse 12]
मौसम-ए-इश्क में
मचले हुवे अरमान हैं हम
दिल को लगता है के
दो जिस्म एक जान है हम
ऐसा लगता है तो लगने
मैं कुछ बुराई नहीं
दिल ये कहता है आप
अपनी हैं पराई नहीं
[Verse 13]
संग-ए मरमर की हाए
कोई मूरत हो तुम
बड़ी दिलकश बड़ी
खूबसूरत हो तुम
दिल दिल से मिलने का कोई महूरत हो
प्यासे दिलों की ज़रूरत हो तुम
[Verse 14]
दिल चीर के दिखलादूँ मैं
दिल में यहीं सूरत हसीन
क्या आपको लगता नहीं
हम हैं मिले पहले कहीं
[Verse 15]
क्या देश है क्या जात है
क्या उम्र है क्या नाम है
अरे छोड़िये इन बातों से
हमको भला क्या काम है
अजी सुनिए तो
[Verse 16]
हम आप मिलें तो फिर हो शुरू
अफ़साने लैला मजनू लैला मजनू के
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
और हम नाचे बिन घुंघरू के
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी
[Verse 17]
(के पग घूँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(के पग घूँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(के पग घूँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी)
(पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी)
Written by: Anjaan, Bappi Lahiri, Prakash Mehra
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