Lyrics

फ़िर वहीं से कर शुरू, की जहाँ तूने ख़तम दास्तान-ए-सफ़र रूठ कर, ओ ये जो हूँ वो मैं नहीं, कह रहे मेरे क़दम "आ, चलें फ़िर उसी राह पर" ऐ ख़ुदा, यार से तू मिला दे हँसना सिखा दे, जीना सिखा दे, हो रो रहा दिल मेरा बारिशों में हँसना सिखा दे (हँसना सिखा दे) जीना सिखा दे (जीना सिखा दे) क्यूँ बे-वजह ज़िंदगी है? ढूँढें ज़रा, क्या नहीं है दिल का जहाँ दिल लगेगा मेरी ख़ुशी तो वहीं है दर्द का है एक शहर है वहाँ मेरा भी घर जाने दे तू मुझे लौट कर ऐ ख़ुदा, यार से तू मिला दे हँसना सिखा दे (हँसना सिखा दे) जीना सिखा दे, हो (जीना सिखा दे) फ़िर लकीरें नई तू बना दे हँसना सिखा दे (हँसना सिखा दे) जीना सिखा दे (जीना सिखा दे) शामें वही, दिन वही है साँसें हैं, पर दिल नहीं है ख़्वाबों का मैं क्या करूँगा इनमें अगर तू नहीं है? ओ, है ख़फ़ा जिस बात पर रू-ब-रू आ, बात कर मैं बिखर ना जाऊँ हार कर ऐ ख़ुदा, यार से तू मिला दे हँसना सिखा दे (हँसना सिखा दे) जीना सिखा दे, हो (जीना सिखा दे) है वही तो मेरा इस जहाँ में हँसना सिखा दे (हँसना सिखा दे) जीना सिखा दे (जीना सिखा दे) जीना सिखा दे
Writer(s): Ved Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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