Lyrics
तदबीर से बिगड़ी हुई तक़दीर बना ले
तक़दीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
तदबीर से बिगड़ी हुई तक़दीर बना ले
तक़दीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
डरता है ज़माने की निगाहों से भला क्यूं
निगाहों से भला क्यूं
डरता है ज़माने की निगाहों से भला क्यूं
निगाहों से भला क्यूं
इंसाफ़ तेरे साथ है, इल्ज़ाम उठा ले
इल्ज़ाम उठा ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
क्या खाक वो जीना है जो अपने ही लिए हो
अपने ही लिए हो
क्या खाक वो जीना है जो अपने ही लिए हो
अपने ही लिए हो
ख़ुद मिटके किसी और को मिटने से बचा ले
मिटने से बचा ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
टूटे हुए पतवार हैं कश्ती के तोह ग़म क्या
हारी हुई बाहों को ही पतवार बना ले
पतवार बना ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
तदबीर से बिगड़ी हुई तक़दीर बना ले
तक़दीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले
लगा ले, दाँव लगा ले
Written by: S.D. Burman, Sahir Ludhianvi


