Lyrics
बूँद बूँद करके मुझ में गिरना तेरा
और मुझ में मुझसे ज़्यादा होना तेरा
बूँद बूँद करके मुझ में गिरना तेरा
और मुझ में मुझसे ज़्यादा होना तेरा
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आजा तुझको पीलूँ मन मेरा कहे
मैं ना बचा मुझ में थोड़ा सा भी
देख तू ना बचा तुझमे भी
जलने लगा गर्म साँसों से मैं
तू पिघलने लगा मुझमे ही
क़तरा क़तरा मैं जलून
शर्म से तेरे मिलूं
जिस्म तेरा मोम का पिघला दूं
करवटें भी तंग हो
रात भर तू संग हो
तेरे हर एक अंग को सुलगा दूं
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आजा तुझको पीलूँ मन मेरा कहे
मैं ना बचा मुझ में थोडा सा भी
देख तू ना बचा तुझमे भी
जलने लगा गर्म साँसों से मैं
तू पिघलने लगा मुझमे ही
होने दे कुछ गलतियां
रेंगती ये उंगलियाँ
जिस्म के तू दरमियाँ ठहरा दे
लम्हा कोई गर्म तू या उबलती बर्फ तू
मुझपे होजा खर्च तू, यूँ आके
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आजा तुझको पीलू मन मेरा कहे
मैं ना बचा मुझ में थोड़ा सा भी
देख तू ना बचा तुझमे भी
जलने लगा गर्म साँसों से मैं
तू पिघलने लगा मुझमे ही
Writer(s): Ankit Tiwari, Abhendra Kumar Upadhyay
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