Lyrics

इस तरह से ख़ुद से आ मुझको जोड़ तू थोड़ा भी मुझमें ना मुझको छोड़ तू ना याद तेरी तुझको, ना याद मुझे हूँ मैं आ मुझको पहन ले तू, आ तुझको ओढ़ लूँ मैं क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, जिस्म पे तेरे ठहरूँ क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, तुझमें ही कहीं रह लूँ दरिया तू ख़ाली कर दे, मुझमें सारा तू भर दे तुझको आ मैं पी जाऊँ, प्यास बुझा दो लाना, कुछ बादल लाना, उनको मुझ पे बरसाना बूँदें तेरी हों जिनमें, उनसे भिगा दो ना याद तेरी तुझको, ना याद मुझे हूँ मैं आ मुझको पहन ले तू, आ तुझको ओढ़ लूँ मैं क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, जिस्म पे तेरे ठहरूँ क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, तुझमें ही कहीं रह लूँ ख़ुद से ख़ाली हो जाऊँ, आजा, तुझसे भर जाऊँ तिनका-तिनका जल जाऊँ, ऐसे जला दो, हो तैरूँ मैं तन पे तेरे, ठहरूँ अंगों पे तेरे गहरी जो ख़्वाहिश तेरी, उनमें डुबा दो ना याद तेरी तुझको, ना याद मुझे हूँ मैं आ मुझको पहन ले तू, तुझको ओढ़ लूँ मैं क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, जिस्म पे तेरे ठहरूँ क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, तुझमें ही कहीं रह लूँ क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, जिस्म पे तेरे ठहरूँ क़तरा-क़तरा मैं गिरूँ, तुझमें ही कहीं रह लूँ
Writer(s): Abhendra Kumar Upadhyay, Ankit Tiwari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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