Lyrics
सुनता है मेरा ख़ुदा
दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा दिलरुबा
सुनता है मेरा ख़ुदा
दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा दिलरुबा
ये ज़िंदगी तेरे लिए, तेरे लिए
और तू मेरे लिए दिल की सदा है
सुनता है मेरा ख़ुदा
दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा दिलरुबा
सजन, सुन तू भी इतना, कि तू है मेरा सपना
तू ही तो है मेरी आरज़ू
सनम, ये बातें कैसी? कहाँ मेरी किस्मत ऐसी
के बन जाऊँ तेरी आरज़ू
कहो तो मैं तेरे आगे, कमर बीच गजरा बांधें
डोलूँ नशीली चाल से
अदा हाए ऐसी कातिल, सहेगा तो कैसे ये दिल
तरस खाओ मेरे हाल पे
सुनता है मेरा ख़ुदा
दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा दिलरुबा
हे, सुनता है मेरा ख़ुदा
दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा दिलरुबा
ये ज़िंदगी तेरे लिए, तेरे लिए
और तू मेरे लिए दिल की सदा है
ये गुल-बूटे भी दिल है, यहाँ काँटे सब गुल हैं
ये रस्ते हैं अपने प्यार के
हाए, कहूँगा पर मैं इतना, क़दम देख कर ही रखना
कहीं कोई ठोकर ना लगे
जो मिल गए दो दिल ऐसे, जुदा ये फिर होंगे कैसे
हमारी कहानी है यही
मुझे भी अब क्या करना है, तुझी पे जीना-मरना है
के अब ज़िंदगानी है यही
Writer(s): Javed Akhtar, Majrooh Sultanpuri, A. R. Rahman
Lyrics powered by www.musixmatch.com