Vídeo musical
Vídeo musical
Créditos
PERFORMING ARTISTS
Yog
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Sahir Ali Bagga
Songwriter
Letras
इश्क़, प्यार, मोहब्बत, मुलाक़ातें
वो बातें, बहुत सी यादें
तू क्या जाने, तेरी यादों, तेरी बातों ने किया है
क्या असर, अब जी ना पाऊँ तेरे बिन
तू क्या जाने, तेरी यादों, तेरी बातों ने किया है
क्या असर, अब जी ना पाऊँ तेरे बिन
लौट आई फिर तन्हाई, जब से यादें तेरी आईं
संग बिताई थीं जो रातें और वो दिन
कि तू ही अब ये बता, कहाँ जाऊँ?
ओ, सजना रे, तेरे बिन जी ना पाऊँ
जी ना पाऊँ, जी ना पाऊँ
तू क्या जाने, तेरी यादों, तेरी बातों ने किया है
क्या असर, अब जी ना पाऊँ तेरे बिन
तेरी यादें, वो बातें, वो तेरी-मेरी मुलाक़ातें
जो हमको सताती रही
तेरी आँखों की नर्मी, वो बाँहों की गर्मी
जो मुझको रुलाती रही
यूँ दिन बीते साल, ख़्वाबों में बस तेरा ख़याल
कभी तो आ, मेरे दिलदार, मुझसे पूछ तू मेरा हाल
बिन तेरे, मेरे यार, एक-एक लम्हा जैसे साल
(एक-एक लम्हा जैसे साल, एक-एक लम्हा जैसे साल)
तेरी यादों को मेरी यादों में, मेरी आँखों में, मेरी साँसों में
मेरी दिल-धड़कन, मेरी रूह में मैंने रखा है सँभाल
मुझसे कहते मेरे यार, "यहाँ पे बिकता है जी प्यार"
तुझमें देखा था मैंने मेरा सारा संसार
तेरी आँखें नशीली, तेरी बातें नमकीन
तेरी ज़ुल्फ़ों की छाँव में मेरी दुनिया थी ये हसीन
मुझे आज भी है याद तेरी जिस्म की महक
क्या तुझको हूँ मैं याद? मैं था तेरा (Dahek, Dahek)
तेरी ही यादों में, तेरी ही बातों में
डूबे रहे दिल मेरा
तुझको ही माँगे है, तुझको ही पूछे है
तू मेरे दिल की दुआ
तेरी ही यादों में, तेरी ही बातों में
डूबे रहे दिल मेरा
तुझको ही माँगे है, तुझको ही पूछे है
तू मेरे दिल की दुआ
तेरे बिना दिल ना मेरा रहे
सुन ले ज़रा जो ये तुझसे कहे
सुन ले ज़रा जो ये तुझसे कहे
मेरे जानाँ, फिर दोबारा लौट आना
तुझको पाना है ज़रूरी, तू है दिल का साहिल
मेरे जानाँ, फिर दोबारा लौट आना
तुझको पाना है ज़रूरी, तू है दिल का साहिल
छू ले ज़रा सा कभी जो तू मुझको
मैं ज़िंदा हूँ, एहसास हो
लब पे हँसी, मेरे दिल में ख़ुशी होती
जब-जब भी तुम पास हो
छू ले ज़रा सा कभी जो तू मुझको
मैं ज़िंदा हूँ, एहसास हो
लब पे हँसी, मेरे दिल में ख़ुशी होती
जब-जब भी तुम पास हो
तू जो मिला तो ख़ुदाई मिली
तू जो गया तो जुदाई मिली
तू जो गया तो जुदाई मिली
इस जुदाई और तन्हाई से रिहाई होगी भी
या अब यही है मेरे दिल की मंज़िल?
इस जुदाई और तन्हाई से रिहाई होगी भी
या अब यही है मेरे दिल की मंज़िल?
Written by: Sahir Ali Bagga