Letras

तुम विनती सुनो सब की कल्याण करो जग का तुम विनती सुनो सब की कल्याण करो जग का सद राह दिखा करके उधार करो दुर्गा उधार करो दुर्गा तुम विनती सुनो सब की दर्शन हो माँ तेरे सब की अभिलाषा है मन में रहो तुम सबके तुम से यही आशा है दर्शन हो माँ तेरे सब की अभिलाषा है मन में रहो तुम सबके, तुम से यही आशा है क्या मेरा क्या उसका ये अपना पराया क्या सद ज्योति जलाकरके रोशन करो जग सारा रोशन करो जग सारा तुम विनती सुनो सब की संसार तो माया है, कभी धूप कभी छाया है इक दिन उसे जाना है, जो भी यहाँ आया है संसार तो माया है, कभी धूप कभी छाया है इक दिन उसे जाना है जो भी यहाँ आया है क्या रंग है जीवन का, क्या रूप है मानव का तुम ज्ञान बड़ाकरके उपकार करो दुर्गा उपकार करो दुर्गा तुम विनती सुनो सब की कल्याण करो जग का तुम विनती सुनो सब की कल्याण करो जग का
Writer(s): Shrikant Mishra, Durga Durga, Natraj Natraj Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out